निम्नांकित पाठ प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टेगस के हवाले से है:
विदेश मंत्री माइकल आर. पोम्पियो ने आज लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाक़ात की। विदेश मंत्री पोम्पियो और प्रधानमंत्री जॉनसन ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से निकलने के बाद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की, जिसमें अमेरिका-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत का विषय भी शामिल था।
आज सुबह वुहान से अमेरिका सरकार के कार्मिकों और कुछ प्राइवेट अमेरिकियों को लेकर आया एक विमान कैलिफ़ोर्निया में सुरक्षित उतरा। जैसा कि हमने पूर्व में उल्लेख किया था, इन यात्रियों की अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) और स्वास्थ्य एवं मानव सेवा (एचएचएस) के स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा सावधानीपूर्वक जांच और निगरानी की जाएगी।
“हम यहां भाषण देने के लिए नहीं हैं – हम यहां दूसरों को ये बताने के लिए नहीं हैं कि उन्हें कैसे जीना है, क्या करना है, कैसा बनना है, या कैसे उपासना करनी है। इसके विपरीत, हम यहां हम सभी के लिए एक बेहतर भविष्य हासिल करने के वास्ते भागीदारी – साझा हितों और मूल्यों के अनुरूप – की पेशकश करने के लिए उपस्थित हैं।” – राष्ट्रपति डोनल्ड जे. ट्रंप
होलोकॉस्ट के पीड़ितों के सम्मान में, ऑशविट्ज़ और बिरकेनो स्मारक एवं संग्रहालय के संरक्षण के लिए ताकि भावी पीढ़ियां कभी नहीं भूलें, और यहूदी-विरोध के मौजूदा स्वरूपों के मुक़ाबले के प्रयास बढ़ाने के लिए, विदेश विभाग का कांग्रेस के सहयोग से ऑशविट्ज़-बिरकेनो फ़ाउंडेशन में 2 मिलियन डॉलर के अतिरिक्त योगदान का इरादा है।
अमेरिका, उत्तर पश्चिमी सीरिया की स्थिति पर गंभीर चिंता के साथ निगरानी रख रहा है जहां रूस, ईरानी शासन, हिज़्बुल्ला, और असद शासन के संयुक्त बल कथित रूप से इदलिब और पश्चिमी अलेप्पो प्रांतों के लोगों पर बड़े पैमाने पर हमले कर रहे हैं। ये बल कथित तौर पर अंधाधुंध हवाई बमबारी और ज़मीनी हमले कर रहे हैं, जिसके कारण मारत अन-नुमान में हजारों नागरिक बमबारी में फंस गए हैं, और उनके लिए भाग कर कहीं जाना संभव नहीं रह गया है।
शैक्षणिक और सांस्कृतिक मामलों (ईसीए) की सहायक विदेश मंत्री मरी रॉयस इंडिया में फुलब्राइट कार्यक्रम की 70 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 28 जनवरी से 3 फरवरी तक इंडिया की यात्रा करेंगी।
“...हमारा मिशन द्विस्तरीय है: ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना, और फिर ये सुनिश्चित करना कि वो देश जो कि दुनिया में आतंक का सबसे बड़ा सरकारी प्रायोजक है, अमेरिकियों को नुकसान नहीं पहुंचा सके। इसलिए हम इस खतरे को कम करने के लिए हर दिन यथासंभव प्रयास करते हैं, साथ ही राष्ट्रपति की प्रतिबद्धता पर खरा उतरने का भी प्रयास करते हैं जिसमें कहा गया है कि हम अमेरिकियों की सलामती सुनिश्चित करना चाहते हैं। इसलिए हमारे ऊपर खतरे को कम करना और मध्य पूर्व में खतरे का सामना कर रहे अमेरिकी युवकों और युवतियों की संख्या को कम करना, राष्ट्रपति ट्रंप का दोहरा लक्ष्य है।”
सुश्री मॉर्गन ऑर्टेगस (प्रवक्ता): ये पूरी ब्रीफिंग ऑन रिकॉर्ड होगी। एलिस अभी-अभी वापस लौटी हैं।
विदेश मंत्री माइकल आर. पोम्पियो ने आज वाशिंगटन, डी.सी
श्री गिलिगन: ये सब बहुत विस्तृत है, है न? (हंसी।) सुप्रभात। मेरा नाम टॉम गिलिगन है। मैं हूवर संस्थान का निदेशक हू। मैं चाहता हूं – मुझे आप सभी को अमेरिका के प्रधान राजनयिक का संदेश सुनने के लिए स्वागत करते हुए अपार हर्ष हो रहा है।